Khabarnama Desk : भारत के अंतरिक्ष संगठन ISRO के नए चेयरमैन के रूप में वी. नारायण को नियुक्त किया गया है। उनका चयन ISRO के पूर्व चेयरमैन एस. सोमनाथ के सेवानिवृत्त होने के बाद किया गया। एस. सोमनाथ ने 2018 से 2022 तक ISRO का नेतृत्व किया और उनके कार्यकाल में चंद्रयान-2 और मंगलयान-2 जैसे महत्वपूर्ण मिशन सफलतापूर्वक पूरे हुए थे।
वी. नारायण, जो IIT खरगपुर से एम.टेक और पीएचडी धारक हैं, 1984 से ISRO में कार्यरत हैं। उन्होंने कई प्रमुख परियोजनाओं में योगदान दिया है, जिनमें पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) और गगनयान कार्यक्रम प्रमुख हैं। नारायण को रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट प्रोपल्शन के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट काम के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें एएसआई अवार्ड, टीम अवार्ड और एक्सीलेंस अवार्ड शामिल हैं।
अपने करियर की शुरुआत में नारायण ने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) में साउंडिंग रॉकेट और सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल (ASLV, PSLV) के प्रॉपल्शन क्षेत्र में काम किया। इसके बाद, वे लिक्विड प्रॉपल्शन सिस्टम सेंटर (LPSC) के डायरेक्टर बने। उन्होंने ISRO के कई प्रमुख रॉकेट मिशनों पर काम किया, जिनमें PSLV जैसे महत्वपूर्ण लॉन्च शामिल हैं।
नारायण ने IIT खरगपुर से क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में एम.टेक की डिग्री प्राप्त की थी, जिसमें वे पहले रैंक के साथ पास हुए थे। इसके अलावा, उन्हें कई सम्मान और पुरस्कार भी मिले हैं, जैसे एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया से गोल्ड मेडल और सत्यबामा यूनिवर्सिटी से मानद उपाधि।
अब, वी. नारायण ISRO के नए चेयरमैन के रूप में संगठन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की चुनौती का सामना करेंगे।