Khabarnama desk : झारखंड के दुमका स्थित सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (SKMU) में 41 दिन बाद ताला तोड़ दिया गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन के अनुरोध पर एसडीओ द्वारा नियुक्त दंडाधिकारी ने सुरक्षा के बीच ताला तुड़वाया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। कुलपति डॉ. बिमल प्रसाद सिंह और उनके अधीनस्थ अधिकारी देर शाम विश्वविद्यालय पहुंचे और मुख्य प्रशासनिक भवन के गेट पर जड़ा गया ताला तोड़ा।
क्यों जड़ा गया था ताला?
कुलपति के अनुसार, सातवें वेतनमान की मांग को लेकर नॉन-टीचिंग स्टाफ 26 नवंबर से हड़ताल पर था। इसके बाद, 29 नवंबर को कर्मचारियों ने प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट को ताला लगा दिया था, जिससे विश्वविद्यालय के कामकाज में रुकावट आई थी। प्रशासन को अपने कामकाज को आवासीय कार्यालय से करना पड़ा, लेकिन इसमें दिक्कतें थीं। अब ताला टूटने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन अपने कार्यों को कैंपस में ही निष्पादित कर सकेगा, हालांकि कर्मचारियों का आंदोलन अभी भी जारी रहेगा।
कर्मचारी नेता का बयान
वहीं, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष परिमल कुंदन ने कहा कि ताला टूटने से हमारी हड़ताल खत्म नहीं होगी। यह हमारे आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास है। जब तक हमें सातवां वेतनमान नहीं मिलता, हमारी हड़ताल जारी रहेगी।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर विवाद अभी भी बना हुआ है, और विश्वविद्यालय प्रशासन को कर्मचारियों के आंदोलन के बीच अपनी कार्य प्रणाली को जारी रखने में चुनौती का सामना करना पड़ेगा।