Khabarnama Desk : महाकुंभ 2025 में भगदड़ की घटना के बाद स्थिति अब सामान्य हो गई है। अखाड़ा परिषद ने शाही स्नान की अखंड परंपरा को बनाए रखने का ऐलान किया है। हालांकि, इस बार शाही स्नान के जुलूस को छोटा रखा जाएगा और स्नान का समय पहले की तुलना में बदल जाएगा। पहले स्नान को रद्द करने का फैसला लेने वाले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र गिरी ने बताया कि प्रशासन से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया है कि स्नान का कार्यक्रम जारी रहेगा।
रविंद्र गिरी ने कहा कि साधु-संत अब 11 बजे के बाद संगम पर स्नान के लिए पहुंचेंगे और जुलूस का आयोजन नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने बताया कि साधु-संतों के घाट धीरे-धीरे खाली हो रहे हैं, जिससे स्नान के आयोजन का निर्णय लिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संतों से बातचीत की और कहा कि पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और उसके बाद साधु-संत स्नान करेंगे। रविंद्र गिरी ने भगदड़ की घटना के बारे में कहा कि अफवाह फैलाने का प्रयास किया गया था कि कयामत आ गई हो, जिससे सनातन विरोधियों को मौका मिला। लेकिन अब प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट की और स्नान के आयोजन का निर्णय लिया।
सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है… pic.twitter.com/r3qAkveJoz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने कहा कि स्थितियां लगातार ठीक हो रही हैं और अगले एक घंटे में स्थिति और बेहतर हो जाएगी। अब तक महाकुंभ में लगभग 19.94 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मंगलवार सुबह तक 10 लाख से ज्यादा कल्पवासी संगम तट पर मौजूद थे।
रविंद्र गिरी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जहां हैं, वहीं स्नान करें और संगम तक आने का प्रयास न करें, ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।