Khabarnama Desk: ओडिशा के रघुराजपुर (पुरी) में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर सराइकेला के कलाकारों ने छऊ नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कलाकारों ने अपने नृत्य से समां बांध दिया और दर्शकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में कलाकारों ने समारोह में होने वाली आरती में नृत्य किया, जिसके बाद उन्होंने पौराणिक कथाओं पर आधारित हर-पार्वती और चंद्र भागा नृत्य प्रस्तुत किया, जिसे लोगों ने खूब सराहा। इसके बाद देशभक्ति से भरपूर तिरंगा नृत्य ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाकारों का नृत्य ढोल-नगाड़े की थाप और शहनाई-बांसुरी की मधुर धुन पर किया गया, जिससे दर्शक बेहद प्रभावित हुए।
इस कार्यक्रम के दौरान रघुराजपुर और आसपास के लोग छऊ नृत्य की समृद्ध कला से रूबरू हुए। छऊ नृत्य ओडिशा की एक विशेष कला है, जिसे सराइकेला के कलाकारों ने बड़े ही उम्दा तरीके से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में सराइकेला के छऊ गुरु और जगन्नाथ आर्ट स्कूल के निदेशक सुशांत महापात्र को शॉल और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। साथ ही छऊ नृत्य प्रदर्शित करने वाले अन्य कलाकारों को भी मंच पर सम्मानित किया गया। इनमें अशीत पटनायक, गणेश परीक्षा, सुदीप कवि, संजय कर्मकार, राकेश कवि और वाद्य कलाकार देवराज दुबे समेत कई अन्य कलाकार शामिल थे।
रघुराजपुर गांव ओडिशा की समृद्ध कलात्मक विरासत का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, और यह गांव पट्टचित्र पेंटिंग के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे हेरिटेज विलेज के रूप में जाना जाता है।