Khabarnama desk : रामगढ़ शहर में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री तो पहले से ही चर्चा में थी, अब मांसाहारी लोगों को भी धोखा दिया जा रहा है। होली के मौके पर नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए एक नया खतरा सामने आया है, क्योंकि देसी मुर्गी के नाम पर दुकानदार उन्हें सलोनी ब्रांड की मुर्गी बेच रहे हैं। इस व्यापार से लाखों रुपए का मुनाफा हो रहा है, और नागरिकों की जेब पर भारी पड़ रहा है।
वर्तमान में देसी मुर्गी की कीमत लगभग 600 रुपए प्रति किलो है, जबकि सलोनी ब्रांड की मुर्गी बाजार में 200 से 250 रुपए प्रति किलो के बीच बिकती है। रामगढ़ शहर के विभिन्न इलाकों में जैसे पटेल चौक और नई सराय बस्ती में कई दुकानों पर यह मिलावटी मांसाहारी सामान बिक रहा है। दुकानदार देसी मुर्गी और फार्म मुर्गा की पहचान में भ्रम उत्पन्न करते हैं। देसी मुर्गी का रंग भिन्न होता है, लेकिन सलोनी मुर्गी भी रंगीन होती है, जिससे ग्राहक धोखा खा जाते हैं।
ग्राहकों को इसका पता तब चलता है जब वे नॉनवेज खाते हैं और समझ पाते हैं कि यह असली देसी मुर्गी नहीं है। ऐसे में नॉनवेज खाने वालों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर होली के त्योहार पर, जब यह मिलावटी सामान ज्यादा बिक सकता है।