Khabarnama Desk : रांची यूनिवर्सिटी (RU) को एक बार फिर शिक्षक और कर्मचारियों की कमी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायण परिषद (NAAC) ने यूनिवर्सिटी को इस बार B++ ग्रेड दिया है, जो 2017 के 2.80 अंकों से महज 0.01 अंक ज्यादा है। NAAC की नई ग्रेडिंग में रांची यूनिवर्सिटी को 4 में से 2.81 अंक प्राप्त हुए हैं। इस ग्रेडिंग के बाद यूनिवर्सिटी की उम्मीदें टूट गईं, क्योंकि उसे उम्मीद थी कि इस बार उसे A ग्रेड मिलेगा, विशेष रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब और लाइब्रेरी में किए गए सुधारों के कारण।
हालांकि, यूनिवर्सिटी में शिक्षकों और कर्मचारियों की भारी कमी के कारण इसे B++ से ऊपर जाने का मौका नहीं मिला। रांची यूनिवर्सिटी में 70% कर्मचारियों के पद खाली हैं, क्योंकि पिछले 30 वर्षों से कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई है। इसके अलावा, पिछले 7 साल से स्थायी नियुक्तियां नहीं हुईं, जिससे 40% शिक्षक पदों पर भी रिक्तता बनी हुई है। स्टाफ की कमी के कारण यूनिवर्सिटी का प्रदर्शन प्रभावित हुआ और इसी वजह से NAAC की नई ग्रेडिंग में उसे बेहतर ग्रेड नहीं मिल पाया।
यह स्थिति रांची यूनिवर्सिटी के लिए एक बड़ा चुनौतीपूर्ण विषय बन गई है, और इसकी पहचान को सुधारने के लिए जल्द से जल्द शिक्षक और कर्मचारियों की भर्ती जरूरी हो गई है।