Khabarnama desk : राजधानी रांची के टाटीसिल्वे थाना क्षेत्र के महिलौंग रिंगरोड पर आज एक दर्दनाक सड़क हादसे में अरूण मिर्धा और मनेष महतो की मौत हो गई। हादसे के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई और कुछ देर के लिए सड़क जाम हो गई।हेसापीड़ी गांव के कुछ लोग पिकनिक मनाने के लिए हुंडरू फॉल जा रहे थे।एक गाड़ी आगे निकल गई जबकि पिकअप वैन, जिसमें जनरेटर और अन्य सामान लोड था, पीछे चल रही थी।
महिलौंग रिंगरोड पर अचानक एक ट्रेलर ने वैन को पीछे से टक्कर मार दी।
हादसे में अरूण मिर्धा और मनेष महतो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया।वैन में सवार अन्य कुछ लोग भी घायल हुए हैं।
पीड़ित परिवार की हालत
अरूण मिर्धा के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटियां हैं।
मृतक के घर शव पहुंचते ही कोहराम मच गया।
उनकी बेटियां बिलखते हुए बार-बार यही पूछ रही थीं, “अब हमें कौन पढ़ाएगा? घर का खर्चा कैसे चलेगा?”
पत्नी का बार-बार बेहोश होना और रोते-बिलखते परिवार को देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।
ग्रामीणों का आक्रोश
हादसे के बाद सड़कों पर उतरे ग्रामीणों ने अंडरपास निर्माण की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि रिंगरोड बनने के बाद से लगातार हादसे हो रहे हैं, जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है।
उन्होंने प्रशासन और संबंधित विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार इस मुद्दे को उठाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
पुलिस की कार्रवाई
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।ट्रेलर और उसके चालक की तलाश में पुलिस जुटी हुई है
ग्रामीणों की मांग
रिंगरोड पर हादसे रोकने के लिए जल्द से जल्द अंडरपास का निर्माण किया जाए।लापरवाह ट्रेलर चालक और मालिक पर कठोर कार्रवाई की जाए।
यह हादसा सिर्फ दो व्यक्तियों की मौत नहीं, बल्कि एक परिवार के भविष्य और सपनों का अंत है। प्रशासन से अपेक्षा है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।