Khabarnama Desk: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों राज्य की यात्रा पर हैं। शनिवार को उन्होंने बेगूसराय में जीविका दीदियों से बातचीत की, जहां उन्होंने महिलाओं के पहनावे और उनके आत्मविश्वास में आए बदलाव के बारे में टिप्पणी की। नीतीश कुमार ने कहा, “पहले कोई लड़की कपड़े नहीं पहनती थी, लेकिन अब सब बहुत अच्छे कपड़े पहनती हैं और बहुत अच्छे तरीके से बोलती हैं।”
सीएम के इस बयान के बाद बेगूसराय में महिलाओं और छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने कपड़े उतारकर (सांकेतिक विरोध) सीएम नीतीश कुमार के पुतले को पहनाया और उनका पुतला जलाया। विरोध कर रही महिलाओं ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार का यह बयान महिलाओं का अपमान करता है। उनका कहना था कि एक तरफ सीएम नीतीश नारी सम्मान की बात करते हैं, दूसरी ओर इस तरह के अमर्यादित बयान देकर महिलाओं को नीचा दिखाते हैं। महिलाओं ने यह भी कहा कि सीएम का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और उन्हें इस्तीफा देकर आराम करना चाहिए।
आरजेडी का आरोप
मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर आरजेडी ने भी सवाल उठाए हैं। आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की यात्रा केवल दिखावा है, वह सचमुच अपनी आंख सेंकने के लिए यात्रा कर रहे हैं। वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम की तबियत ठीक नहीं है और उन्हें आराम की आवश्यकता है, क्योंकि वे थक चुके हैं।
पहले भी हो चुके हैं विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले सारण में भी उन्होंने जीविका दीदियों से बातचीत में कहा था, “हम सभी को माता ने ही पैदा किया है।” इस बयान पर भी मंत्री विजय कुमार चौधरी और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी असहज दिखे थे।
यह भी पढ़ें :महाकुंभ मेला क्षेत्र में लागि भीषण आग…..
यह भी पढ़ें :मनु भाकर के परिवार में दुखों का पहाड़, सड़क दुर्घटना में उनके 2 करीबी सदस्यों की मौ*त
यह भी पढ़ें :बिग बॉस 18 का ग्रैंड फिनाले 19 जनवरी को, एल्विश यादव का “पेड मीडिया” बयान बना विवाद का विषय।
यह भी पढ़ें :बिहार में कौओं की रहस्यमयी मौ*तें, जांच जारी है……