Khabarnama Desk: महाकुंभ मेला का पहला अमृत स्नान 13 जनवरी को संपन्न हुआ, जिसमें साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। यह स्नान मकर संक्रांति के अवसर पर हुआ था और इसने महाकुंभ के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड बनाया। अब सरकार और प्रशासन अगले बड़े स्नान, मौनी अमावस्या के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं, क्योंकि इस दिन 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की बैठक और दिशा-निर्देश
महाकुंभ के पहले स्नान के सफल आयोजन के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मौनी अमावस्या पर होने वाले स्नान के लिए तैयारियों को लेकर निर्देश दिए। योगी ने कहा कि 29 जनवरी को होने वाले स्नान के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जाए, क्योंकि उस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
प्रशासनिक व्यवस्थाओं को पुख्ता करना
सीएम योगी ने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि रेलवे के साथ मिलकर महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का समयबद्ध संचालन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेनों की संख्या को बढ़ाया जाए ताकि ज्यादा श्रद्धालु आसानी से मेला क्षेत्र तक पहुंच सकें। इसके अलावा, बसों, शटल बसों और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन निरंतर किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में आने-जाने में कोई परेशानी न हो।
सफाई और अन्य व्यवस्थाएं
सीएम योगी ने मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था, शौचालयों की नियमित सफाई और घाटों की बैरीकेडिंग पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने 24 घंटे बिजली और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का आदेश दिया। सीएम ने अधिकारियों से यह भी कहा कि मेला क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की सेवा बेहतर करने के लिए सेवा प्रदाताओं से संवाद किया जाए।
6 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहले ही स्नान कर चुके
13 जनवरी से लेकर अब तक महाकुंभ में 6 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मकर संक्रांति के दिन हुए पहले अमृत स्नान के दौरान 3.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया। अब अगले बड़े स्नान के लिए प्रशासन तैयारियों को और बेहतर बनाने के लिए कार्यरत है।