पटना: महाराष्ट्र के न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में हुए 122 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच अब बिहार तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को मधुबनी जिले में डिजिटल दुनिया इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर छापेमारी की। यह शोरूम महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हैदर आजम के भाई जावेद आजम का बताया जा रहा है।
शोरूम पर हुई छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान NIA को शोरूम में एक मैनेजर मिला, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। NIA ने शोरूम से एक लैपटॉप भी जब्त किया है, जिसमें घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिलने की संभावना जताई जा रही है। यह छापेमारी महाराष्ट्र में हुए 122 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की जांच के सिलसिले में की गई थी।
बिहार के अन्य ठिकानों पर भी जांच जारी
NIA को शक है कि जावेद आजम के बिहार में और भी ठिकाने हो सकते हैं, जहां घोटाले से जुड़े दस्तावेज और अन्य साक्ष्य मिल सकते हैं। इसलिए एजेंसी ने अब इन ठिकानों पर छानबीन तेज कर दी है और मैनेजर एवं मकान मालिक से भी पूछताछ की जा रही है ताकि अन्य ठिकानों का पता चल सके और घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद किए जा सकें।
मधुबनी जिले में सुरक्षा बढ़ाई गई
NIA की इस छापेमारी से मधुबनी जिले में हड़कंप मच गया है। जिला मुख्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जांच एजेंसी की टीम अब भी जिले में सक्रिय है। माना जा रहा है कि घोटाले से जुड़े और भी ठिकानों पर छापेमारी की जा सकती है। इस कार्रवाई से पूरे जिले में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और लोगों के बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जांच का बढ़ा दायरा
यह छापेमारी और NIA की जांच अब अन्य राज्यों तक फैलने की संभावना है। पूरे मामले में तात्कालिक कदमों की दिशा में नए खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है, जो इस घोटाले के बड़े पहलुओं को सामने ला सकते हैं।
NIA की जांच में आगे क्या खुलासे होंगे?
यह घोटाला और NIA की कार्रवाई अब सुर्खियां बटोर रही है। NIA ने जैसे ही छापेमारी की, उसके बाद से जिले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और जांच के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है।