Khabarnama Desk: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के टप्पल थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक बड़ा हादसा हुआ। इस दुर्घटना में छह वाहन आपस में टकरा गए, जिनमें तीन ट्रक, एक स्विफ्ट कार और अन्य वाहन शामिल थे। हादसे में एक ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें 240 बकरों को लाया जा रहा था। ट्रक पलटने से 100 बकरों की मौत हो गई और बाकी बकरों को भी गंभीर चोटें आईं। साथ ही, हादसे में सात लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना यमुना एक्सप्रेस-वे के 49 नंबर क्षेत्र में घटी। चश्मदीद गवाह मोहसिन ने बताया कि वे सिकंदरा से बकरों को खरीदकर दिल्ली ले जा रहे थे। कोहरे के कारण ट्रक पलट गया, जिससे बकरों की मौत हुई और कई घायल हुए। घायलों में अंकुर बैरागी (19), सिद्दीकी खान (35) और मनीराम (50) गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही टप्पल थाना प्रभारी विजयकांत शर्मा पुलिस और एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा और यातायात को जल्द सामान्य कर दिया। पुलिस ने इस हादसे का कारण घने कोहरे को बताया, जिससे विजिबिलिटी कम हो गई थी और वाहनों को एक-दूसरे से टकराने में देर नहीं लगी।
पुलिस प्रशासन ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे कोहरे के मौसम में वाहन धीमी गति से चलाएं और सुरक्षित दूरी बनाए रखें। यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के कारण अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं, और सावधानी बरतना ही सबसे बेहतर समाधान है। सर्दियों के मौसम में वाहन चालकों को चाहिए कि वे एक्सप्रेस-वे पर गति सीमा का पालन करें, फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें और वाहन के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सर्दी और कोहरे के मौसम में सड़क पर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। ऐसे हादसे न केवल जान-माल का नुकसान करते हैं, बल्कि यातायात भी प्रभावित होता है।