प्रयागराज : 29 जनवरी 2025 महाकुंभ मेले के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय संगम तट पर भगदड़ मच गई, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हृदयविदारक घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए और उन्होंने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन की घोषणा की।
कैसे हुआ हादसा?
मौनी अमावस्या के दिन लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचे थे। ब्रह्म मुहूर्त के दौरान भीड़ अत्यधिक बढ़ गई, जिससे अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग टूटी और भगदड़ मच गई। कई श्रद्धालु नीचे गिर गए और कुचले जाने से उनकी मौत हो गई।
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में हुई घटना अत्यंत दु:खद है, मर्माहत करने वाली है।
मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि व मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं… pic.twitter.com/IuJ8Sz2GTh
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
हादसे के बाद सरकार की प्रतिक्रिया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे के बाद तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पांच मिनट के भीतर एंबुलेंस और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
जांच और मुआवजा
– पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग बनेगा।
– मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
– मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक जल्द ही घटनास्थल का दौरा करेंगे।
पीएम मोदी भी ले रहे अपडेट
सीएम योगी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार बार फोन पर जानकारी दी। गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी अपडेट दिया गया।
महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर सवाल
इस हादसे के बाद महाकुंभ मेले में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, सरकार का दावा है कि यदि प्रशासन सतर्क न होता, तो यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।