Khabarnama Desk : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने अपनी ही सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान झामुमो विधायक चुन्ना सिंह ने अपने क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या को लेकर इस्तीफा देने की धमकी दी।
चुन्ना सिंह ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से सवाल उठाया कि सारठ विधानसभा क्षेत्र में 10-15 वर्षों से जो पेयजल योजनाएं लागू की गई थीं, वे 99.9 प्रतिशत कार्यान्वित नहीं हो पाई हैं। पालाजोड़ी, कर्माटांड और अन्य क्षेत्रों में लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इस पर विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने जवाब दिया कि विधायक यह बताएं कि कौन सी योजना पूरी नहीं हुई है, क्योंकि सरकार ने यह बताया था कि कुछ योजनाएं अभी निर्माणाधीन हैं।
लेकिन चुन्ना सिंह का आरोप था कि कोई भी योजना पूरी नहीं हुई है, केवल कागजों पर योजनाएं पूरी हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनका आरोप गलत पाया गया तो वह विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे।
मंत्री ने मामले की जांच कराने और खराब पड़े योजनाओं को सुधारने का आश्वासन दिया, जिसके बाद मामला शांत हो गया। सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि अवर प्रमंडल सारठ का कोई ठोस कार्य नहीं हो रहा और डीएमएफटी फंड से लागू की गई योजनाएं भी खराब हालत में हैं।