गणतंत्र दिवस झांकी में झारखंड की संस्कृति और नारी शक्ति

Sneha Kumari

Khabarnama Desk : गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए झारखंड समेत 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों का चयन किया गया है। झारखंड ने इस अवसर पर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक उन्नति को प्रदर्शित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस वर्ष झारखंड की झांकी में खासतौर पर स्वर्गीय रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जो झारखंड के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किए जाते हैं।

झारखंड की झांकी में राज्य की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें पारंपरिक नृत्य, कला और शिल्पकला का महत्वपूर्ण स्थान होगा। विशेष रूप से महिलाओं की शिक्षा और नारी शक्ति के बढ़ते कदमों को भी प्रमुखता से दर्शाया जाएगा, जो राज्य में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों को प्रदर्शित करते हैं। इसके अलावा, झारखंड के विभिन्न आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर और उनके पारंपरिक त्योहारों का भी झांकी में समावेश किया जाएगा।

पिछले वर्ष 2024 में झारखंड की झांकी में तसर सिल्क के महत्व को दिखाया गया था, जो राज्य की विशेषता मानी जाती है। इस वर्ष की झांकी न केवल राज्य की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक होगी, बल्कि राज्य के विकास और सामाजिक बदलाव की ओर भी ध्यान आकर्षित करेगी।

Also Read : फरार हुए Youtuber मनोज दे ! उनकी लग्जरी कार ने मारी टक्कर, दो लोग गंभीर रूप से घायल

Also Read : ताबड़तोड़ फाय’रिंग में बाल-बाल बचे पूर्व विधायक आनंद सिंह, दो गुटों में हुई हिंसक झड़प

Also Read : सुभाष चंद्र बोस जयंती विशेष : अंतिम बार गोमो स्टेशन पर देखे गए थे नेताजी !

Also Read : हेमंत सरकार का तोहफा: झारखंड के पारा शिक्षकों के मानदेय में 4% वृद्धि, एरियर भी मिलेगा

Share This Article
Leave a comment