Khabarnama Desk : झारखंड सरकार ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा के बाद कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि झारखंड सरकार विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क कोचिंग संस्थान खोलेगी, जहां विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। इन संस्थानों में विद्यार्थियों के लिए रहने की व्यवस्था भी होगी। इसके अलावा, सरकार जमशेदपुर में जनजातीय विश्वविद्यालय खोलने का भी प्रस्ताव रख रही है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति पर निगरानी रखने के लिए सरकार ने टैबलेट वितरण की योजना बनाई है। इसके माध्यम से उपस्थिति की जानकारी को ट्रैक किया जाएगा। रामदास सोरेन ने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने आदिवासी, मूलवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग को शिक्षा से वंचित रखने की कोशिश की थी, जिससे सात हजार से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए थे। उनकी सरकार इस स्थिति को सुधारने के लिए प्रयासरत है।
इसके अलावा, सरकार गोड्डा, चाईबासा और बोकारो में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर स्कूल खोलेगी और प्रत्येक 10 विद्यार्थियों पर क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा के शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
वहीं, विपक्षी दलों ने राज्य में शिक्षा की स्थिति को लेकर कटौती प्रस्ताव पेश किया और राज्य में शिक्षा व्यवस्था के बदतर होने का आरोप लगाया। नीरा यादव ने कहा कि यू डायस रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 7462 स्कूलों में सिर्फ एक-एक शिक्षक हैं और 372 स्कूलों में कोई छात्र नहीं पढ़ रहा है।
इस बीच, विधायक जिग्गा सुसाशन होरो ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे हेमंत सोरेन को दबाने के लिए बोरो प्लेयर लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए।