Khabarnama Desk : आजकल सोशल मीडिया पर रील्स (Reels) और शॉर्ट वीडियो देखने का चलन बहुत बढ़ गया है। खासकर रात में बिस्तर पर लेटे हुए। हालांकि, यह मजेदार और समय बिताने का एक तरीका हो सकता है। लेकिन इसकी लत कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। हाल ही में, बीएमसी (BMC) की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि रील्स देखने की लत के कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। खासकर रात में रील्स देखने वालों में हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
रात भर रील्स देखने से व्यक्ति का नींद का पैटर्न बिगड़ सकता है। जब व्यक्ति पूरी रात जागकर स्क्रीन पर निगाहें गड़ाए रखता है, तो यह उसकी मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है। डॉक्टर दीपक कृष्णमूर्ति, जो बेंगलुरु के एक प्रसिद्ध हृदय विशेषज्ञ हैं, ने इस पर ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि रात को अधिक समय तक रील्स देखना समय की बर्बादी है, और इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
सबसे पहले, देर रात तक स्क्रीन देखने से नींद की गुणवत्ता में गिरावट आती है। नींद की कमी से शरीर में तनाव का स्तर बढ़ सकता है, जिससे उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, रात को रील्स देखने से मस्तिष्क में अत्यधिक उत्तेजना हो सकती है, जो चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं को जन्म देती है।
चिंता का विषय यह है कि इस तरह के शॉर्ट वीडियो देखते वक्त लोग असमंजस में पड़ सकते हैं और उनके दिमाग में निरंतर विचारों की हलचल बनी रहती है, जिससे मानसिक शांति और आराम में कमी आती है। यही नहीं, लगातार स्क्रीन पर समय बिताने से शारीरिक समस्याएं भी बढ़ सकती हैं, जैसे गर्दन और पीठ में दर्द, आंखों में जलन और सिरदर्द।
इसलिए, अगर आप रील्स या शॉर्ट वीडियो की लत में फंसे हुए हैं, तो आपको इसे सीमित करने की आवश्यकता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अच्छी नींद लेना, योग या अन्य शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेना और स्क्रीन के सामने बिताए गए समय को नियंत्रित करना बेहद महत्वपूर्ण है।