Khabarnama Desk : झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में लातेहार जिले में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा की गई जांच में पता चला कि कई संपन्न और नौकरीपेशा लोग इस योजना का अनुचित लाभ उठा रहे थे। इनमें शिक्षक, पुलिसकर्मी, पेंशनधारी, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं और संविदा कर्मी भी शामिल थे। लातेहार जिले में कुल 1.48 लाख लाभुकों का चयन किया गया था, लेकिन जांच के बाद 42,432 लाभुकों को अयोग्य ठहराकर सूची से हटा दिया गया।
फर्जी लाभुकों की संख्या और वितरण
– बालूमाथ: 7,078
– लातेहार: 7,038
– लातेहार शहरी क्षेत्र: 1,513
– बारियातू: 2,954
– बरवाडीह: 4,803
– चंदवा: 5,072
– गारू: 1,559
– हेरहंज: 2,348
– महुआडांड़: 4,417
– मनिका: 4,963
– सरयू: 687
फर्जी लाभुकों के उदाहरण:
1. सुमन टोप्पो की पुत्री अनुपमा टोप्पो (सरकारी पेंशनधारी, महुआडांड़)
2. बिलासी देवी (पारा शिक्षक, हेरहंज)
3. विमला देवी (पुलिसकर्मी की पत्नी, गड़गोमा)
4. जीतन देवी (शिक्षक की पत्नी, बालूमाथ)
5. नूरजहां (कल्याण विभाग कर्मचारी, चंदवा)
6. कविता देवी (स्वास्थ्य सहिया, लातेहार)
7. नेहा कुमारी (पुलिस कर्मी की पत्नी, मनिका)
8. कंचन देवी (होमगार्ड, सरयू)
9. सरोज कुमारी (शिक्षिका, बरवाडीह)
10. अंजु कुमारी (नौकरीपेशा, गारू)
11. ममता देवी (लातेहार शहरी क्षेत्र)
प्रशासन का बयान:
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस गड़बड़ी में शामिल लोगों पर उचित कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी को रोकने के लिए जांच प्रक्रिया को कड़ा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का बजट:
लातेहार जिले में इस योजना के लिए कुल 122 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई थी, और सही लाभुकों के खातों में जल्द ही राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।