महाराष्ट्र में GBS का प्रकोप,100 से अधिक संक्रमित, लक्षण, खतरे और बचाव जानें

Nisha Kumari

Khabarnama Desk: महाराष्ट्र के पुणे में दुर्लभ बीमारी गुलियन बैरी सिंड्रोम (GBS) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक 100 लोग इस बीमारी से प्रभावित हो चुके हैं, जिनमें से 16 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। हाल ही में पुणे में इस बीमारी से पहली मौत की पुष्टि हुई है।

क्या है गुलियन बैरी सिंड्रोम (GBS)?

GBS नसों को प्रभावित करता है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, दर्द और कभी-कभी लकवे जैसी स्थिति हो सकती है। गंभीर मामलों में यह सांस लेने की क्षमता को भी प्रभावित करता है, जिसके कारण वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है। समय पर इलाज न होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है।

आकड़ों पर एक नजर

अब तक 100 मामलों की पुष्टि।

16 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।

9 साल से कम उम्र के 19 बच्चे इस बीमारी से प्रभावित हैं।

50-80 आयु वर्ग में 23 मामले सामने आए हैं।

GBS के लक्षण और खतरे

1. मांसपेशियों की कमजोरी और सुन्न होना।
2. झुनझुनी और दर्द।
3. चलने-फिरने में दिक्कत।
4. सांस लेने में परेशानी।

बचाव के उपाय

1. साफ-सफाई का ध्यान रखें और संक्रमण से बचें।
2. किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
3. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार लें।

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