Khabarnama Desk : अर्थ ऑवर एक वैश्विक आंदोलन है, जिसे वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (WWF) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह आयोजन हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को शाम 8:30 से 9:30 बजे तक मनाया जाता है, जिसमें व्यक्तियों, समुदायों और व्यवसायों को गैर-जरूरी बिजली एक घंटे के लिए बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और पृथ्वी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना है।
इस वर्ष की थीम “द पावर ऑफ नेचर” है, जो प्रकृति की शक्ति और उसके संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करती है। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एकजुटता बढ़ाना है।
अर्थ ऑवर का उद्देश्य और महत्व
अर्थ ऑवर का आयोजन हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को होता है। इस दिन दुनियाभर के लोग और प्रतिष्ठित स्मारक एक घंटे के लिए गैर-आवश्यक लाइटें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कर देते हैं। यह एक प्रतीकात्मक पहल है, जो प्रकृति और पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को समझाने के लिए की जाती है।
भारत में तैयारियां
भारत में भी इस पहल को लेकर उत्साह है। देश के प्रमुख शहरों और ऐतिहासिक स्मारकों में लाइटें बंद करने की योजना बनाई गई है, जैसे गेटवे ऑफ इंडिया, इंडिया गेट, हावड़ा ब्रिज और अन्य प्रमुख स्थल। पर्यावरण कार्यकर्ताओं और संगठनों ने लोगों से अपील की है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और प्रकृति के संरक्षण में अपना योगदान दें।
“द पावर ऑफ नेचर” थीम का संदेश
इस वर्ष की “द पावर ऑफ नेचर” थीम हमें यह याद दिलाती है कि प्रकृति हमें ऊर्जा, पानी, भोजन और जीवन प्रदान करती है। लेकिन प्रदूषण, वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं के कारण यह शक्तिशाली प्रणाली खतरे में है। इस पहल के माध्यम से लोगों को प्रकृति के महत्व और उसके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
कैसे जुड़ सकते हैं आप?
आज रात 8:30 से 9:30 बजे तक अपनी गैर-जरूरी लाइटें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद करके इस पहल का हिस्सा बनें। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर #EarthHour2025 और #ThePowerOfNature हैशटैग के साथ जागरूकता फैलाएं। आप स्थानीय पर्यावरण अभियानों में भाग लेकर और पेड़ लगाने जैसी पहल करके भी इस अभियान में शामिल हो सकते हैं।
पर्यावरण विशेषज्ञों का संदेश
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि “अर्थ ऑवर केवल एक घंटा अंधेरा करने का अभियान नहीं है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण को बचाने और एक टिकाऊ जीवनशैली अपनाने का संदेश भी है।” इस बार अर्थ ऑवर 2025 के अवसर पर आइए, एक घंटे के लिए प्रकृति को सुनें और इसके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाएं।