Khabarnama Desk : राम मंदिर पर हमले की साजिश के मामले में संदिग्ध अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक्टिव हो गई है। एटीएस अब्दुल के नेटवर्क को खंगालने के लिए कई जिलों में छापेमारी कर रही है। मंगलवार को लखनऊ, अयोध्या, बलिया, गोंडा, आजमगढ़, सहारनपुर, मऊ समेत अन्य जिलों में एटीएस की टीमों ने संदिग्धों से पूछताछ की। खासकर बलिया के छह थाना क्षेत्रों से दर्जनभर संदिग्धों से पूछताछ की गई, और तीन युवकों को हिरासत में लिया गया।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान पाकिस्तान की ISI के संपर्क में था और कई आतंकवादी जमातों से जुड़ा हुआ था। वह फैजाबाद में मटन शॉप चलाता था और ऑटो चालक का काम भी करता था। अब्दुल ने कई बार अयोध्या के राम मंदिर की रेकी की थी और ISI को इस बारे में जानकारी दी थी। पांच दिन पहले वह फैजाबाद से फरीदाबाद गया, जहां उसने एक हैंडलर से दो हैंड ग्रेनेड लिए थे। उसका उद्देश्य दिल्ली होते हुए अयोध्या में हमला करना था, लेकिन इससे पहले ही एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए, जिन्हें फरीदाबाद में डिफ्यूज किया गया।
अब्दुल ने पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे किए। उसने बताया कि वह कई महीनों से राम मंदिर की रेकी कर रहा था और उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल पर हमले की ट्रेनिंग दी गई थी। वीडियो कॉल के माध्यम से उसे हमले के लिए निर्देश और टास्क दिए गए थे। अब्दुल के फोन से धार्मिक स्थलों के कई फोटो और वीडियो भी मिले हैं।