Khabarnama Desk : केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी इन दिनों झारखंड के दो दिवसीय दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। गुरुवार शाम को उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय मंत्री से राज्य के खनिज रॉयल्टी के बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपए के भुगतान की मांग की। उन्होंने कहा कि यह रकम लंबे समय से बकाया है और इसका भुगतान किया जाना चाहिए। इस पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे पर समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे।
यह बकाया रकम झारखंड के खनिज रॉयल्टी मद में है, और पिछले माह लोकसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने इसे खारिज कर दिया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे भी उठाए। उन्होंने बताया कि राज्य में खनिजों का अत्यधिक खनन हो रहा है, जिससे पर्यावरण पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विशेष रूप से झरिया में जमीन के नीचे कई सालों से आग लगी हुई है, लेकिन अब तक उसे बुझाया नहीं जा सका है, जिससे पर्यावरण संकट बढ़ रहा है। इसके अलावा, घाटशिला के जादूगोड़ा क्षेत्र में यूरेनियम के खनन के कारण स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने इन समस्याओं का समाधान करने की मांग की।
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री की बातों को ध्यान से सुना और भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार कोयला खदानों के नीचे लगी आग को बुझाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। साथ ही, खनन से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए भी केंद्र सरकार प्रभावी कदम उठाएगी। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार के साथ मिलकर इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा, ताकि झारखंड के लोगों को राहत मिल सके।
केंद्रीय मंत्री के इस आश्वासन से राज्य सरकार को उम्मीद है कि जल्द ही इन मुद्दों पर ठोस कदम उठाए जाएंगे। इस बैठक के दौरान राज्य के विकास और खनन क्षेत्र में सुधार की दिशा में भी विचार-विमर्श किया गया।