Khabarnama desk : राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समन्वय को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार जल्द ही तीन राज्यों के साथ एक सांस्कृतिक समझौता करने जा रही है। इस समझौते के तहत एक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। यह पहल ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत हो रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित और प्रोत्साहित करना है।
सांस्कृतिक समन्वय की दिशा में एक और कदम
बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे इस कदम से सांस्कृतिक समन्वय को और मजबूती मिलेगी। 2024 के दिसंबर में, बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच पहले ही एक सांस्कृतिक साझेदारी करार हुआ था। इस समझौते का उद्देश्य दोनों राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और प्रोत्साहित करना है। अब, बिहार सरकार इस पहल को और विस्तारित करते हुए तीन राज्यों के साथ सांस्कृतिक समझौते की तैयारी कर रही है।
समझौते के तहत सहयोग
इस समझौते के तहत अगले तीन वर्षों तक बिहार और उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक कार्यक्रमों में सहयोग करेंगे। हाल ही में बिहार दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के कलाकारों ने बिहार में अपनी प्रस्तुति दी, जिसे वहां के लोगों ने बहुत सराहा। इससे पहले बिहार के कलाकार भी उत्तर प्रदेश दिवस में भाग ले चुके हैं।
कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन
इस साझेदारी के तहत विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें लोक संगीत, नृत्य, नाटक, प्रदर्शनियाँ और संगोष्ठियाँ शामिल होंगी। इसके अलावा, विद्यार्थियों के लिए कला प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित पुस्तकें स्कूल और कॉलेजों में वितरित की जाएंगी। इन कार्यक्रमों का प्रसारण टेलीविजन और रेडियो पर किया जाएगा। साथ ही, प्रचार सामग्री में दोनों राज्यों के प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल किया जाएगा।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम की महत्वता
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देना है। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और समन्वय को बढ़ावा दिया जाता है। इस पहल से बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को और भी अधिक सम्मान मिलेगा, और राज्य में सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा।