Khabarnama desk : झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (JEDCL) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी स्वयं के हित में निर्णय ले रहे हैं, जिसके कारण ना केवल राजस्व में नुकसान हो रहा है, बल्कि एक बड़े भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिल रहा है।
अजय राय ने बताया कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा उच्च पदों का सृजन किया गया है, लेकिन यह सृजन मनमाने तरीके से किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पद सृजन निगम के कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि अधिकारियों के स्वार्थ को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
अजय राय ने यह भी कहा कि झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग भविष्य में संशोधित गाइडलाइनों को जारी करने की योजना बना रहा है, लेकिन निगम ने पहले ही पद सृजन कर लिया है, जिससे यह साफ दिखता है कि यह कदम अधिकारियों के निजी लाभ के लिए उठाया गया है।
अजय राय ने झारखंड सरकार और झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों से अपील की कि वे कर्मचारियों की उचित मांगों पर ध्यान दें और उन्हें नियमित नियुक्तियां प्रदान करें। उनका मानना है कि इस कदम से न केवल कर्मचारियों के हितों की रक्षा होगी, बल्कि यह राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान करेगा।
उन्होंने झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के सभी कार्यरत कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि संघ उनके साथ खड़ा है और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा। साथ ही, उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि वे एकजुट रहें और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें।