रांची: झारखंड में एक बार फिर एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) पर सियासत गरमाई हुई है। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य विधानसभा में एनआरसी के मुद्दे को उठाते हुए दावा किया कि राज्य में आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है और इसका कारण बंग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या है। उनका कहना था कि यह घुसपैठ राज्य के लिए गंभीर समस्या बन सकती है।
मरांडी के इस बयान ने राजनीति में हलचल मचाते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया। उनका इशारा साफ था कि राज्य में घुसपैठ बढ़ रही है और आदिवासियों के लिए यह एक खतरे की घंटी हो सकती है।
लेकिन इस बयान के बाद झारखंड सरकार के मंत्री इरफान अंसारी ने पलटवार करते हुए बाबूलाल मरांडी पर जमकर आरोप लगाए। इरफान अंसारी ने कहा कि मरांडी का यह बयान बिना किसी ठोस आधार के है और यह नफरत फैलाने वाली राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में एक भी बंग्लादेशी घुसपैठिया नहीं है और यह आरोप केवल राजनीतिक लाभ के लिए लगाए जा रहे हैं।
एनआरसी को लेकर इस तीखी बहस ने राज्य की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है, और अब दोनों नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी बयानबाजी देखने को मिल सकती है, जिससे यह मामला और भी संगीन हो सकता है।