Khabarnama Desk : झारखंड विधानसभा में वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण 2025 पेश किया। इस रिपोर्ट में झारखंड की अर्थव्यवस्था में बीते तीन वर्षों के दौरान जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि
आर्थिक सर्वेक्षण 2025 के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में झारखंड की प्रति व्यक्ति आय में स्थिर मूल्यों पर 6.7% और चालू मूल्यों पर 9.1% की वृद्धि दर्ज की गई। यह संकेत करता है कि राज्य की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूती की ओर बढ़ रही है।
अर्थव्यवस्था की तेज़ी से बढ़त
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि झारखंड के सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) में बीते तीन वर्षों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। राज्य का जीएसडीपी स्थिर मूल्यों पर 7.7% और वर्तमान मूल्यों पर 10.7% की वार्षिक दर से बढ़ रहा है। वर्ष 2011-12 में झारखंड का जीएसडीपी 1,50,918 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 के अंत तक स्थिर मूल्यों पर दोगुना और वर्तमान मूल्यों पर तीन गुना से अधिक होने की उम्मीद है।
बजट का आकार भी बढ़ा
राज्य के बजट का आकार भी लगातार बढ़ रहा है।
– वर्ष 2001-02 में झारखंड का बजट 6,067 करोड़ रुपये था।
– 2023-24 में यह बढ़कर 1,07,921 करोड़ रुपये हो गया।
– 2024-25 में यह और बढ़कर 1,28,900 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
राजस्व और कर संग्रह में वृद्धि
झारखंड को मिलने वाले राजस्व में भी लगातार वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य को प्राप्त होने वाले राजस्व में 9.4% की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि कर राजस्व में 13.7% की वृद्धि देखी गई है।
आर्थिक सर्वेक्षण के नतीजे
आर्थिक सर्वेक्षण 2025 के नतीजे झारखंड की मजबूत होती अर्थव्यवस्था की ओर इशारा कर रहे हैं। बढ़ती प्रति व्यक्ति आय, तेज़ी से बढ़ता जीएसडीपी और बढ़ता बजट आकार यह दर्शाता है कि राज्य आर्थिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।