Khabarnama Desk : पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान (पटना जू) में हाल ही में एक अद्वितीय घटना घटी, जब चार मादा भेड़ियों ने कुल 12 बच्चों को जन्म दिया। यह जू में एक ही समय में किसी वन्यजीवों द्वारा इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के जन्म की पहली घटना है। पटना जू के निदेशक हेमंत पाटिल ने बताया कि सभी बच्चे स्वस्थ हैं और उन्हें करीब 1-2 महीने बाद दर्शकों के बीच लाया जाएगा। इस सफलता के साथ, जू में भेड़ियों की संख्या अब बढ़कर 20 हो गई है, जो कंजर्वेशन ब्रीडिंग की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है।
भारतीय भेड़िया, जो कैनेडे परिवार की प्रजाति का है, एक विलुप्तप्राय वन्यजीव है। ये भेड़ीया मुख्य रूप से समूह में रहना पसंद करते हैं और भारत के शुष्क एवं अर्ध शुष्क मैदानी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। पटना जू में इन भेड़ियों को पहली बार वर्ष 2014 में एक नर और मादा भेड़िया मैसूर चिड़ियाघर से लाया गया था, इसके बाद 2017 और 2018 में भेड़ियों के जोड़े वैडालूर जू से लाए गए थे।
कंजर्वेशन ब्रीडिंग एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें विलुप्तप्राय प्रजातियों के प्रजनन को उनके प्राकृतिक अधिवास से बाहर सुनिश्चित करना होता है। इस प्रक्रिया में पटना जू के कर्मियों की कड़ी मेहनत और समर्पण ने सफलता प्राप्त की है। इन 12 बच्चों का जन्म इस बात का प्रमाण है कि जू में कंजर्वेशन ब्रीडिंग कार्यक्रम सही दिशा में जा रहा है। यह न केवल भेड़ियों की प्रजाति को बचाने में मदद करेगा, बल्कि अन्य विलुप्तप्राय वन्यजीवों के संरक्षण के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगा।