वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में 2025 का बजट पेश किया, जिसे भारतीय अर्थव्यवस्था को और गति देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इस बजट में जहां एक तरफ देश की समृद्धि और सामाजिक-आर्थिक विकास पर जोर दिया गया है, वहीं दूसरी ओर यह भी बताया गया कि कुछ उत्पादों की कीमतों में बदलाव होने की संभावना है। इस बजट का मुख्य उद्देश्य भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाने का है। बजट में कई वस्तुओं के दाम घटने और कुछ चीजों के महंगे होने की बात कही गई है। आइए जानते हैं कि इस बजट के बाद कौन सी चीजें सस्ती हो सकती हैं और कौन सी महंगी हो सकती हैं।
सस्ती होने वाली चीजें
- मेडिकल उपकरण: इस बजट के बाद चिकित्सा उपकरणों की कीमतें घट सकती हैं, जिससे इलाज की लागत में कमी आएगी। इसका सीधा लाभ आम लोगों को होगा, विशेषकर उन लोगों को जो महंगे चिकित्सा उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं।
- कैंसर की 36 दवाएं: कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली 36 दवाओं की कीमतों में कमी की संभावना जताई गई है, जो कैंसर रोगियों के लिए राहत की बात है। इससे कैंसर के इलाज की लागत में भी कमी आएगी।
- जीवनरक्षक दवाएं: इस बजट में 6 प्रमुख जीवनरक्षक दवाओं की कीमतों में कमी लाने का प्रस्ताव है, जो विशेषकर गंभीर रोगों से जूझ रहे मरीजों के लिए मददगार साबित होगा।
- LCD/LED टीवी: इस बजट के बाद LCD और LED टीवी की कीमतों में कमी हो सकती है, जिससे आम लोगों के लिए इन इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं को खरीदना सस्ता हो सकता है।
- लीथियम आयन बैटरी: इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए इस्तेमाल होने वाली बैटरियों के दाम घटने की संभावना है। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भी गिरावट आ सकती है, जो पर्यावरण के दृष्टिकोण से एक सकारात्मक कदम होगा।
- मोबाइल फोन बैटरी: मोबाइल फोन की बैटरियों की कीमतें घटने की संभावना है, जिससे मोबाइल फोन के उपयोगकर्ताओं को राहत मिल सकती है।
- EV बैटरी: इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों की कीमतों में कमी होने से इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम घट सकते हैं, जिससे इनकी बिक्री को बढ़ावा मिलेगा।
- टेलीकॉम उपकरण: टेलीकॉम उपकरणों पर Basic Customs Duty (BCD) घटाने का प्रस्ताव है, जिससे इन उपकरणों की कीमतों में कमी आ सकती है और टेलीकॉम कंपनियों के लिए लागत कम हो सकती है।
- मछली और झींगा: समुद्री खाद्य उत्पादों की कीमतों में भी गिरावट आ सकती है, जिससे इनका उपभोग करने वाले लोगों को लाभ होगा।
महंगी होने वाली चीजें
- लग्जरी सामान और हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक्स: स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और अन्य हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर GST (Goods and Services Tax) बढ़ाने का प्रस्ताव है, जिससे इनकी कीमतें महंगी हो सकती हैं।
- आयातित कारें और ऑटोमोबाइल: विदेश से आने वाली लग्जरी कारों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की संभावना है, जिससे इन कारों की कीमतें बढ़ सकती हैं और उपभोक्ताओं को अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है।
- तंबाकू और सिगरेट: स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तंबाकू और सिगरेट पर टैक्स बढ़ाया जा सकता है। इससे तंबाकू उत्पादों की कीमतें महंगी हो सकती हैं, और यह सरकार का स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रुख दिखाता है।
- शराब: सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जिससे शराब की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
- सोना-चांदी: यदि सरकार आयात शुल्क बढ़ाती है, तो सोने और चांदी की कीमतें बढ़ सकती हैं, जो इन धातुओं के खरीदारों के लिए महंगा हो सकता है।
- हवाई यात्रा: विमानन ईंधन पर टैक्स बढ़ने से फ्लाइट टिकट महंगे हो सकते हैं। इससे हवाई यात्रा करने वालों पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव पड़ सकता है।
- मोबाइल रिचार्ज और इंटरनेट प्लान: दूरसंचार क्षेत्र में बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए मोबाइल रिचार्ज और इंटरनेट सेवाओं की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए ये सेवाएं महंगी हो सकती हैं।
2025 का बजट सरकार के लिए एक महत्वाकांक्षी कदम है, जिसमें विकास की गति को तेज करने और आर्थिक समृद्धि पर जोर दिया गया है। सस्ती होने वाली वस्तुओं से आम लोगों को राहत मिलेगी, जबकि महंगी होने वाली वस्तुओं से सरकार का राजस्व बढ़ने की संभावना है। यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।