Khabarnama Desk : भारतीय वायु सेना के ग्रुप मेंटेन कैप्टन और इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर जाने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं। वह Axiom Mission 4 (Ax-4) के पायलट के रूप में इस ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा होंगे, जो 2025 के वसंत में NASA के केनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से लॉन्च होगा।
शुभांशु शुक्ला: भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की नई उड़ान
शुभांशु शुक्ला को इसरो के गगनयान मिशन के लिए भी चयनित किया गया था, और अब वे भारत और अमेरिका के सहयोग से होने वाले इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनके साथ Axiom Space की मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक और पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन कमांडर के रूप में होंगी। वहीं, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के प्रोजेक्ट अंतरिक्ष यात्री स्लावोश उज़नांस्की-विस्निव्स्की और हंगरी के तिबोर कापू मिशन विशेषज्ञ के रूप में शामिल होंगे।
एक अनुभवी पायलट की उपलब्धि
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के त्रिवेणीगंज में जन्मे शुभांशु शुक्ला ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षण प्राप्त किया और 2006 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए। वह एक फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास लगभग 2,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखोई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एन-32 जैसे कई विमानों को उड़ाया है।
Ax-4 मिशन: विज्ञान और तकनीक के नए आयाम
Ax-4 मिशन के दौरान, शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम अंतरिक्ष स्टेशन पर महत्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों में भाग लेंगे, जिससे भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों को नई दिशा मिलेगी। यह मिशन भारत और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
भारत के लिए गर्व का क्षण
भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के बाद, शुभांशु शुक्ला का यह मिशन देश के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेगा।