Khabarnama desk : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के धूमल पहाड़ गांव में इस बार गणतंत्र दिवस का जश्न ऐतिहासिक रहा। आजादी के 76 साल बाद पहली बार यहां तिरंगा फहराया गया। नक्सलियों के खौफ की वजह से अब तक यह गांव गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय त्योहारों से दूर रहा था।
26 जनवरी, रविवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 74वीं बटालियन के कमांडेंट हिमांशु पांडे के नेतृत्व में सुरक्षा बलों और ग्रामीणों ने मिलकर पहली बार निर्भय होकर गणतंत्र दिवस का आयोजन किया। तिरंगा फहराने के बाद ग्रामीणों और सुरक्षा बल के जवानों ने साथ मिलकर राष्ट्रगान गाया और मिठाइयां बांटी।
इस अवसर पर कमांडेंट हिमांशु पांडे ने ग्रामीणों को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाया और नक्सलियों के डर से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस अवसर पर उत्साह और गर्व महसूस किया।
यह पल न केवल धूमल पहाड़ गांव के लिए, बल्कि पूरे सुकमा जिले के लिए ऐतिहासिक बन गया है।