Khabarnama Desk : झारखंड की राजनीति में IAS अधिकारी पूजा सिंघल के निलंबन रद्द कर बहाल किए जाने के फैसले ने झारखंड की राजनीति गरमा दी है भाजपा ने इस फैसले को लेकर झारखंड सरकार और इंडी गठबंधन पर खूब हमला किया हैं। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने इसे झारखंड सरकार का “शर्मनाक भ्रष्टाचार” बताते हुए कहा कि यह फैसला जनता के विश्वास के साथ धोखा है।
उन्होंने कहा, “पूजा सिंघल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उनके सीए के पास से 16 करोड़ रुपये मिले थे, और प्रवर्तन निदेशालय ने 36 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे। ऐसे अधिकारी को बहाल करना झारखंड सरकार की भ्रष्टाचार-समर्थक नीति को दर्शाता है।”
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी घेरा और पूछा कि कांग्रेस का इस मामले में क्या रुख है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए कि झारखंड सरकार में उनकी पार्टी का समर्थन किसके लिए है—संविधान के लिए या भ्रष्टाचार के लिए।”
28 महीने जेल में रहीं पूजा सिंघल
पूजा सिंघल को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 2022 में गिरफ्तार किया गया था। करीब 28 महीने जेल में बिताने के बाद उन्हें 7 दिसंबर 2024 को जमानत मिली। कोर्ट ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के तहत उन्हें राहत दी, जिसके अनुसार लंबे समय से जेल में बंद आरोपी को, यदि उसने सजा का एक तिहाई हिस्सा काट लिया हो, तो जमानत दी जा सकती है।
#WATCH | Delhi: BJP MP Ravi Shankar Prasad says, “… Jharkhand’s IAS officer Pooja Singhal was arrested for corruption. Rs 16 crores were recovered from her CA… PMLA officials also recovered Rs. 36 crores in cash from her… She was in jail for the last 28 months. She got bail… pic.twitter.com/k1dNaydboh
— ANI (@ANI) January 23, 2025
IAS पूजा सिंघल का 21 जनवरी को हुआ निलंबन रद्द
मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश के बाद 21 जनवरी को पूजा सिंघल का निलंबन रद्द कर दिया गया था। उन्हें कार्मिक विभाग में नई पोस्टिंग दी गई है।
भाजपा ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह झारखंड सरकार की “भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली मानसिकता” का परिचायक है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर झारखंड सरकार को घेरने की योजना बनाई है, जिससे आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति और गर्माने की संभावना है।