Khabarnama Desk : महाकुंभ के पहले ही दिन सोशल मीडिया पर हर्षा रिछारिया छा गईं। उनकी खूबसूरती और साध्वी वेशभूषा ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। लोग उन्हें “सबसे खूबसूरत साध्वी” कहने लगे। हालांकि, कुछ ही समय में उनकी असलियत सामने आई। उन्होंने खुद यह स्पष्ट किया कि वे अभी साध्वी नहीं बनी हैं।
हर्षा ने पहले कहा था कि वे दो साल से साध्वी हैं। उनके वीडियो वायरल होने के बाद यह बात चर्चा का विषय बन गई। लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि वे साध्वी बनने की प्रक्रिया में हैं और लोगों ने उन्हें यह टैग बिना उनकी अनुमति के दे दिया।
महाकुंभ में पहली झलक और विवाद
शनिवार को निरंजनी अखाड़े की शोभायात्रा में हर्षा रिछारिया एक रथ पर साधु-संतों के साथ नजर आईं। उनकी वेशभूषा और अंदाज ने मीडिया का ध्यान खींचा। जब एक महिला रिपोर्टर ने उनसे उनके साध्वी बनने के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पुरानी जिंदगी को छोड़कर यह वेश धारण किया है।
वीडियो और पुरानी तस्वीरों का वायरल होना
हर्षा का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैला। इसके बाद उनके कई पुराने वीडियो और ग्लैमरस तस्वीरें वायरल हो गईं। कुछ समय पहले बैंकाक में एंकरिंग करते हुए उनकी तस्वीरें भी सामने आईं, जिससे लोगों ने उनके साध्वी बनने के दावे पर सवाल उठाए।
हर्षा का बयान: मैं साध्वी नहीं बनी हूं
सोमवार को हर्षा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में स्पष्ट किया कि वे साध्वी बनने की ओर बढ़ रही हैं लेकिन अभी बनी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि साधु बनने के लिए दीक्षा और संस्कारों की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जो उन्होंने अभी पूरी नहीं की है।हर्षा ने कहा कि उनके गुरु ने उन्हें साध्वी बनने से मना किया है। उन्होंने गुरुदेव से दीक्षा की अनुमति मांगी थी, लेकिन गुरुदेव ने कहा कि उन्हें अभी गृहस्थ जीवन की जिम्मेदारियां पूरी करनी हैं। इस वजह से उन्होंने अपने काम और साधना को संतुलित कर रखा है।
ग्लैमर की दुनिया से भक्ति की ओर यात्रा
हर्षा पहले एक एंकर, मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थीं। इंस्टाग्राम पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। महाकुंभ में आने से पहले उनके करीब साढ़े पांच लाख फॉलोअर्स थे, जो अब बढ़कर आठ लाख हो गए हैं। हर्षा ने कहा कि ग्लैमर की दुनिया दिखावे से भरी होती है। उस जीवन में लोग इस बात की चिंता करते हैं कि कौन क्या सोचेगा। लेकिन साधना और भक्ति का जीवन इससे बिल्कुल अलग है। यह जीवन उन्हें अधिक सुकून और आनंद दे रहा है।
सोशल मीडिया पर हर्षा को “सबसे खूबसूरत साध्वी” कहा जा रहा है , जिससे वे खुश हैं। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह टैग देना उचित नहीं है क्योंकि वे साध्वी नहीं हैं। हर्षा ने अपनी जिंदगी में बड़ा बदलाव किया है। अब वे साधना, पूजा-पाठ और अपने काम को साथ लेकर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन हृदय से आता है और उन्हें इस जीवन में ज्यादा सुकून मिल रहा है।
महाकुंभ के दौरान हर्षा रिछारिया की चर्चा उनकी खूबसूरती और साध्वी बनने के दावे को लेकर रही। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया कि वे अभी साध्वी नहीं हैं। उनका सफर ग्लैमर की दुनिया से भक्ति की ओर प्रेरणादायक है, लेकिन उनके बयान और वायरल वीडियो ने कई सवाल भी खड़े किए।