झारखंड सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामला: सीआईडी करेगी गहन जांच

Nisha Kumari

Khabarnama desk: सीजीएल परीक्षा में कथित पेपर लीक के आरोपों को लेकर झारखंड सीआईडी ने एक और एफआईआर दर्ज की है। इससे पहले रातू थाने में दर्ज मामले को भी सीआईडी ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। अब मामले की जांच के लिए सीआईडी विज्ञापन के जरिए आम लोगों और परीक्षार्थियों से सबूत मांग रही है।

आम जनता से अपील

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि विज्ञापन के माध्यम से राज्य के लोगों को सूचित किया जाएगा कि अगर किसी के पास पेपर लीक से जुड़ा कोई सबूत है, तो वे इसे सीआईडी को प्रदान करें। इन सबूतों को जांच का हिस्सा बनाया जाएगा।

एफआईआर का विवरण

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा दर्ज एफआईआर में बताया गया:

सीजीएल परीक्षा 21 और 22 सितंबर को आयोजित हुई थी।

परीक्षा कदाचार और पेपर लीक से मुक्त थी, लेकिन बाद में सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो और तस्वीरें वायरल की गईं।

इसके पहले रातू थाने में इसी मुद्दे पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

अब सीआईडी की एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) दोनों मामलों की जांच करेगी।

एसआईटी टीम का गठन

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने जांच की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एसआईटी का गठन किया है

नेतृत्व: संध्या रानी मेहता (डीआईजी, सीआईडी)

सदस्य

निधि द्विवेदी (एसपी, सीआईडी)

सुमित कुमार अग्रवाल (रांची ग्रामीण एसपी)

अमर कुमार पांडेय (डीएसपी, रांची मुख्यालय 1)

मुन्ना प्रसाद गुप्ता (डीएसपी, सीआईडी)

हाईकोर्ट का हस्तक्षेप

झारखंड हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता प्रकाश सिंह की याचिका पर सुनवाई के बाद आदेश दिया कि पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज की जाए।

याचिकाकर्ता ने 29 सितंबर को रांची पुलिस को शिकायत दी थी।

अदालत ने मामले में 22 जनवरी को अगली सुनवाई की तारीख दी है।

आगे का कदम

सीआईडी अब वायरल तस्वीरों और वीडियो की प्रामाणिकता की जांच करेगी।

जनता और परीक्षार्थियों से मिले साक्ष्यों को भी केस में शामिल किया जाएगा।

एसआईटी यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।

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