Khabarnama Desk : तेलंगाना में निर्माणाधीन श्रीशैलम सुरंग में एक भीषण हादसा हुआ है, जिसमें गुमला के चार मजदूर फंस गए हैं। सुरंग की छत का एक हिस्सा ढह जाने से ये मजदूर और अन्य चार लोग अंदर फंस गए हैं। इस घटना से मजदूरों के परिवारों की बेचैनी लगातार बढ़ रही है, क्योंकि जब उनके नाम पुकारे जाते हैं तो अंदर से कोई जवाब नहीं आता। यह स्थिति उनके परिजनों के लिए अत्यंत तनावपूर्ण और चिंताजनक बन गई है।
राहत कार्य में NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम जुटी हुई है, जो सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। टीम सुरंग के 13 किलोमीटर अंदर तक पहुंच चुकी है, लेकिन अभी भी मजदूरों तक पहुंचने में कठिनाई आ रही है। इस बीच, गुमला जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सभी मजदूरों के परिवारों के एक-एक सदस्य को फ्लाइट के जरिए घटनास्थल पर भेजा जाएगा, ताकि वे अपनी स्थिति का बेहतर निरीक्षण कर सकें। इसके साथ ही, जिले के दो पदाधिकारी भी उनके साथ जाएंगे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना पर पूरी नजर बनाए रखने की बात कही है। उन्होंने बताया कि पल-पल की जानकारी ली जा रही है और कंट्रोल रूम ने तेलंगाना सरकार से संपर्क कर पूरी स्थिति की जानकारी प्राप्त की है। यह हादसा उस सुरंग में हुआ जो SLBC सुरंग नागर कुरनूल जिले को आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग से जोड़ता है। सुरंग का एक हिस्सा काम करते समय ढह गया, जिससे मजदूर फंसे। सुरंग की चौड़ाई में भी बदलाव आया है, जो पहले एक किलोमीटर थी, अब यह 2.6 से 3.3 मीटर तक फैल गई है।
रेस्क्यू टीम लगातार प्रयास कर रही है ताकि मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके, लेकिन यह ऑपरेशन बेहद चुनौतीपूर्ण है।